HANUMAN CHALISA LYRICS - AN OVERVIEW

Hanuman Chalisa Lyrics - An Overview

Hanuman Chalisa Lyrics - An Overview

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सोई अमित जीवन फल पावै ॥२८॥ चारों जुग परताप तुह्मारा ।

लाय सजीवन लखन जियाये। श्रीरघुवीर हरषि उर लाये॥

संकट कटै मिटै सब पीरा। जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥

सूक्ष्म रुप धरि सियहिं दिखावा। विकट रुप धरि लंक जरावा॥

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होनी-अनहोनी से बचें, हनुमान चालीसा रोज पढ़ें

बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।

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हनुमान जी सदा अपने भक्तो पर कृपा दृष्टि बनाए रखतें हैं. हनुमान जी को कई नामों से उनके भक्त पुकारतें हैं.

सीताशोकविनाशन (सीताया शोकया विनाशकर्ता)

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जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा। होय सिद्धि साखी गौरीसा॥

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